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Bengaluru Stampede Case; Siddaramaiah BJP | RCB Chinnaswamy Stadium | सिद्धारमैया बोले-…

बेंगलुरु4 मिनट पहले

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कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने शुक्रवार को विधानसभा में बेंगलुरु भगदड़ को लेकर जवाब दिया।

कर्नाटक विधानसभा में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने शुक्रवार को बेंगलुरु भगदड़ पर जवाब देते हुए कहा कि ऐसी घटनाएं सिर्फ कर्नाटक में नहीं, बल्कि देश और दुनिया में कई बार हुई हैं। पिछले 10 सालों में भाजपा शासित राज्यों में ही 20 भगदड़ हो चुकी है।

सिद्धारमैया ने कहा कि इसके लिए कांग्रेस सरकार जिम्मेदार नहीं है, भगदड़ हमेशा भीड़ के अचानक बेकाबू हो जाने से होती है। बेंगलुरु के लोगों ने RCB की जीत को अपनी जीत माना। इस वजह से भीड़ का नियंत्रण बिगड़ गया और हादसा हुआ। उन्होंने भाजपा के आरोपों पर कहा,

जब कोरोना काल में चामराजनगर में ऑक्सीजन की कमी से 36 लोगों की मौत हुई थी, तब क्या आपने (भाजपा ने) तत्कालीन मुख्यमंत्री बोम्मई को जिम्मेदार और दोषी कहा था?

दरअसल, IPL 2025 में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) की पहली खिताबी जीत के जश्न के दौरान 4 जुलाई को चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर भगदड़ मच गई थी। इस हादसे में 11 लोगों की मौत हो गई और 50 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे।

जस्टिस कुन्हा आयोग की रिपोर्ट- RCB,इवेंट कंपनी और राज्य क्रिकेट संघ जिम्मेदार

जस्टिस जॉन माइकल कुन्हा आयोग की भगदड़ को लेकर रिपोर्ट 26 जुलाई को सामने आई थी। इसमें स्टेडियम को बड़े आयोजनों के लिए असुरक्षित बताया गया था। रिपोर्ट में कहा गया- स्टेडियम की डिजाइन ऐसी नहीं है कि वहां बड़ी संख्या में लोग सुरक्षित तरीके से इकट्ठा हो सकें।

स्टेडियम में भीड़ नियंत्रण, प्रवेश और निकासी व्यवस्था, पार्किंग और इमरजेंसी प्लान जैसी बुनियादी सुविधाओं की गंभीर कमी है। आयोग ने कहा,

भविष्य में ऐसे बड़े आयोजन सिर्फ उन स्थानों पर हों जहां अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा मानक पूरे किए जाते हों। साथ ही पुराने स्टेडियमों में जरूरी सुधार के बिना कोई बड़ा आयोजन न हो।

स्टेडियम में 30 सितंबर से 2 नवंबर तक महिला वनडे वर्ल्ड कप के शुरुआती और सेमीफाइनल मैच होने थे, लेकिन अब मैच होंगे या नहीं यह तय नहीं है। KSCA ने अपनी राज्य स्तरीय T20 लीग ‘महाराजा ट्रॉफी’ को भी दर्शकों के बिना कराने का फैसला किया है।

RCB, DNA एंटरटेनमेंट और KSCA जिम्मेदार

इसके अलावा कमेटी ने RCB फ्रेंचाइजी, उनके इवेंट पार्टनर DNA एंटरटेनमेंट और कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (KSCA) को इस हादसे के लिए जिम्मेदार ठहराया और KSCA अध्यक्ष रघुराम भट, पूर्व सचिव ए शंकर, पूर्व कोषाध्यक्ष ईएस जयराम, RCB के वाइस प्रेसिडेंट राजेश मेनन और DNA एंटरटेनमेंट के वरिष्ठ अधिकारियों पर कार्रवाई की सिफारिश की गई।

17 जुलाईः कर्नाटक सरकार ने पहले ही RCB को जिम्मेदार बताया था

इससे पहले 17 जुलाई को कर्नाटक सरकार की रिपोर्ट गुरुवार को सामने आई थी। रिपोर्ट में हादसे का जिम्मेदार RCB को बताया गया था। इसमें कोहली का भी जिक्र था। कर्नाटक सरकार ने कहा कि RCB ने चिन्नास्वामी में आयोजित विक्ट्री परेड के लिए सरकार से कोई अनुमति नहीं ली थी।

हालांकि, सरकार ने यह भी कहा कि आयोजन को अचानक रद्द करने से हिंसा भड़क सकती थी और शहर में कानून-व्यवस्था बिगड़ जाती। सरकार ने 15 जुलाई को हाईकोर्ट को रिपोर्ट सौंपी थी। सरकार ने कोर्ट में कहा था कि वे रिपोर्ट को गोपनीय रखना चाहते हैं लेकिन कोर्ट ने कहा कि ऐसी गोपनीयता के लिए कोई कानूनी आधार नहीं है।

कर्नाटक सरकार की रिपोर्ट के 4 मुख्य पॉइंट…

1. RCB ने पुलिस को परेड की सूचना दी, अनुमति नहीं ली रिपोर्ट के मुताबिक, RCB ने 3 जून को टीम के 18 साल बाद IPL खिताब जीतने पर पुलिस को विक्ट्री परेड की सूचना दी, लेकिन यह सूचना अनुमति मांगने के बजाय केवल जानकारी थी। जबकि, कानून के तहत ऐसे आयोजनों के लिए कम से कम सात दिन पहले अनुमति लेना जरूरी है। RCB ने ऑफिशियल अनुमति के लिए आवेदन नहीं किया। पुलिस को भीड़ की संख्या, व्यवस्था, या संभावित समस्याओं की जानकारी नहीं दी गई, इसलिए अनुमति नहीं मिली।

2. बिना पुलिस की सलाह के सार्वजनिक निमंत्रण रिपोर्ट में कहा गया है कि RCB ने 4 जून को सुबह 7:01 बजे अपने सोशल मीडिया हैंडल पर फ्री एंट्री की घोषणा की और लोगों को विधान सभा से चिन्नास्वामी स्टेडियम तक की विक्ट्री परेड में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया। सुबह 8 बजे एक और पोस्ट की गई और 8:55 बजे विराट कोहली का एक वीडियो साझा किया गया, जिसमें उन्होंने बेंगलुरु के लोगों और RCB प्रशंसकों के साथ उत्सव की बात कही गई। दोपहर 3:14 बजे, RCB ने पहली बार फ्री पास की जानकारी दी, जो पहले स्पष्ट नहीं थी।

4 जून को RCB ने विराट कोहली का वीडियो पोस्ट किया था। कर्नाटक सरकार की रिपोर्ट में इसी पोस्ट का जिक्र किया गया है।

3. तीन लाख से ज्यादा लोग जुटे जो स्टेडियम की कैपेसिटी से अधिक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि RCB की इन पोस्ट्स को 44 लाख से ज्यादा बार देखा गया, जिसके कारण 3 लाख से अधिक लोग जमा हो गए। बेंगलुरु मेट्रो (BMRCL) के आंकड़ों के अनुसार, उस दिन 9.66 लाख लोगों ने मेट्रो का उपयोग किया, जो सामान्य दिनों के 6 लाख की तुलना में बहुत ज्यादा था। भीड़ न केवल स्टेडियम के आसपास, बल्कि HAL हवाई अड्डे से ताज वेस्ट एंड तक 14 किमी के रास्ते पर भी थी, जहां टीम उतरी थी।

दोपहर 3 बजे के आसपास, चिन्नास्वामी स्टेडियम के पास भीड़ अचानक बढ़ गई। स्टेडियम की क्षमता केवल 35,000 है, लेकिन 3 लाख लोग जमा हो गए। RCB की देर से की गई पास वाली घोषणा ने भ्रम और गुस्सा पैदा किया। आयोजकों की ओर से गेट समय पर और व्यवस्थित तरीके से नहीं खोले गए, जिसके कारण भीड़ ने गेट नंबर 1, 2 और 21 तोड़ दिए। गेट नंबर 2, 2A, 6, 7, 15, 17, 18, 20 और 21 पर भगदड़ की स्थिति बनी। पुलिस ने तुरंत स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की।

4. परेड क्यों नहीं रोकी गई? रिपोर्ट में कहा गया है कि आयोजन को अचानक रद्द करने से हिंसा भड़क सकती थी और शहर में कानून-व्यवस्था बिगड़ सकती थी। इसलिए, आयोजन को पूरी तरह बंद करने के बजाय, इसका समय कम किया गया और निगरानी बढ़ाई गई। यह निर्णय लोगों की ज्यादा संख्या और सूचना के अभाव को ध्यान में रखकर लिया गया, ताकि बड़े पैमाने पर दंगे या हिंसा से बचा जा सके।

4 जून को RCB की विक्ट्री परेड के दौरान मची थी भगदड़ 4 जून को बेंगलुरु में चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर शाम को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के IPL 2025 खिताब जीतने की खुशी में विक्ट्री परेड निकाली गई।

स्टेडियम में घुसने की कोशिश में कई लोगों ने दीवार फांदने की कोशिश की। एंट्री गेट पर हजारों की भीड़ मौजूद थी। सड़क पर लाखों लोग जमा थे। इस दौरान भगदड़ मच गई। इसमें 11 लोगों की मौत हो गई और 33 लोग घायल हुए थे।

4 जून को विक्ट्री परेड के अलावा राज्य विधानसभा में खिलाड़ियों का सम्मान किया गया था।

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