‘चिकन नेक’ को निशाना बना रहे बांग्लादेशी कट्टरपंथी, असम के CM हिमंता बिस्व सरमा का बड़ा दावा

असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्व सरमा ने गुरुवार (21 अगस्त, 2025) को दावा किया कि बांग्लादेशी कट्टरपंथियों का एक वर्ग ‘चिकन नेक कॉरिडोर’ को कमजोर किए जाने के मकसद से उन भारतीय नागरिकों को भड़काने की कोशिश कर रहा है, जो सालों पहले पड़ोसी देश से पलायन कर यहां आए थे.
‘चिकन नेक कॉरिडोर’ पूर्वोत्तर भारत को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ता है. यहां एक संवाददाता सम्मेलन में सीएम सरमा ने दावा किया कि सीमावर्ती क्षेत्रों, विशेष रूप से धुबरी जिले में लोगों को उनकी ‘मौलिकता’ की याद दिलाने के लिए एक साजिश रची जा रही है.
बांग्लादेश के प्रति निष्ठा दिखाने के लिए प्रोत्साहित करने की कोशिश
उन्होंने कहा, ‘धुबरी की स्थिति चिंताजनक है, यहां बांग्लादेशी कट्टरपंथियों का एक वर्ग स्थानीय लोगों को भड़काने और उन्हें बांग्लादेश के प्रति निष्ठा दिखाने के लिए प्रोत्साहित करने की कोशिश कर रहा है, जबकि वे बहुत पहले वहां से पलायन कर चुके हैं.’
मुख्यमंत्री ने कहा कि चिकन नेक और उसके आसपास रहने वाले अधिकतर लोग मूल रूप से बांग्लादेश से आये थे और बाद में उन्होंने अपने यहां आने के साल के आधार पर भारतीय नागरिकता ले ली. उन्होंने कहा, ‘कुछ तत्व इन लोगों को उनकी मौलिकता की याद दिलाने और उन्हें भड़काने की कोशिश कर रहे हैं.’
धुबरी में स्थिति बहुत नाजुक
मुख्यमंत्री हिमंता बिस्व सरमा ने कहा कि आने वाले दिनों में यह एक बहुत ही गंभीर सुरक्षा खतरा बनने वाला है. धुबरी में स्थिति बहुत नाज़ुक है. सीएम सरमा ने बांग्लादेश के मैमनसिंह से मूल रूप से पलायन करने वाले भारतीय नागरिकों के बारे में चिंता जताई और सवाल किया कि दोनों देशों के बीच संघर्ष की स्थिति में उनकी निष्ठा कहां होगी.
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