‘जब सही लगेगा तब बात करेंगे…’, ट्रंप के 35% टैरिफ के ऐलान के बाद क्या बोले कनाडा के PM…

अमेरिका ने कनाडा पर पहले से लागू 25% टैरिफ को बढ़ाकर 35% कर दिया है. व्हाइट हाउस के अनुसार, यह फैसला कनाडा की “निरंतर निष्क्रियता और जवाबी कार्रवाई” के कारण लिया गया. ट्रंप ने दावा किया कि कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने 1 अगस्त की डेडलाइन से पहले बातचीत के लिए कॉल किया था, लेकिन कोई बात नहीं हो पाई. प्रेस कॉन्फ्रेंस में ट्रंप ने कहा, “हमने आज कनाडा से बात नहीं की. वह (कार्नी) कॉल कर चुके हैं, देखते हैं क्या होता है.”
कनाडा का जवाब: हम तब बात करेंगे जब जरूरी होगा
ब्रिटिश कोलंबिया में प्रेस वार्ता के दौरान पीएम मार्क कार्नी ने कहा, “कनाडा आज अमेरिका में दूसरा सबसे बड़ा निवेशक है. हमारे 40 मिलियन नागरिक हैं.” उन्होंने कहा, “बिना किसी समझौते के, निश्चित तौर पर व्यापार में गिरावट आएगी.”
कनाडा के मंत्री बोले: भरोसेमंद साझेदारों की तलाश
कनाडा के वित्त मंत्री फ्रांस्वा-फिलिप शैम्पेन ने कहा कि अब देश ऐसे व्यापार साझेदारों की तलाश कर रहा है, जिन पर भरोसा किया जा सके. उन्होंने यह बात विदेश मंत्री अनीता आनंद और मैक्सिको की राष्ट्रपति क्लॉडिया शिनबाउम के साथ बैठक के दौरान कही.
CUSMA समझौते के खिलाफ है यह टैरिफ
कनाडा, अमेरिका और मैक्सिको के बीच हुआ CUSMA व्यापार समझौता इन टैरिफ़ दरों के खिलाफ है. फिलहाल कनाडा के स्टील, एल्युमिनियम और कॉपर पर 50% तक शुल्क लगाया गया है, जो समझौते के नियमों का उल्लंघन करता है.
ट्रंप ने कहा- CUSMA पर अब भी कायम हूं
कार्नी ने बताया कि पिछले हफ्ते ट्रंप ने अमेरिका-मेक्सिको-कनाडा समझौते (CUSMA) के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है. इस समझौते के तहत कनाडा को अपने 85% निर्यात पर अमेरिका में शुल्क-मुक्त पहुंच मिलती है. इससे पहले मंगलवार को कनाडा के वित्त मंत्री फ्रैंकोइस-फिलिप शैम्पेन ने विदेश मंत्री अनीता आनंद और मैक्सिको की राष्ट्रपति क्लाउडिया शिनबाम से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने कहा कि कनाडा अब ऐसे व्यापारिक साझेदारों की तलाश कर रहा है, जिन पर वह “भरोसा” कर सके.